Original Content is King

Original Content is King Kya Hai ? Best 1 Guide Hindi

आज हम जानेंगे – Orignal Content क्या है ? Original Content जाँचने के क्या तरीका है ? Content is King क्या है ? क्या अर्थ है ? Original Content लिखने के क्या लाभ हैं ? और Orignal Content कैसे लिखें ?

यदि आप किसी भी छेत्र में लिखतें हैं, तो अपने विषय पर Research करने के दौरान, आपनें यह ज्ञान अवश्य पाया होगा कि, हमेंशा Original Content लिखें या Content is King आदि। मैं अपनी बात करूँ तो, मेरे Blogging के शुरुआती दौर में मुझे अक्सर ऐसे स्टेमेंट मिलते ही रहते थे।

तब मुझे लगता था कि, ये जो बड़े – बड़े bloggers, Content Writers या Youtubers होतें हैं, ये जन्म से ही परम ज्ञानी होते होंगे। अचानक से इनके दिमाग में किसी विषय पर लिखने का विचार आता होगा, और ये बस लिख देते होंगे। क्यूँकि, ये सब तो केवल Original Content ही लिखते हैं।

तभी तो, इनके Contents को Search Engines द्वारा Search Page पर First Page पर दिखाया जाता है। तथा, इन सभी को Google Adsense का Approval भी मिला हुआ है। परन्तु जैसे – जैसे समय बीतता गया, और मैंने कई सारे विभिन्न Topics पर Research किया, तो एक बात पकड़ में आयी जो काफी चौकाने वाली थी।

और वह यह थी, की ये बड़े -बड़े नामी गिरामी लेखक और Content Writers हैं, वास्तव में, हमारे जैसे ही होते हैं। ये जन्म से नहीं, बल्कि कर्म से Expert बनते हैं। और इसके साथ Original Content एवं Original Content is King का भी सही अर्थ समझ आया। आइये Step by Step जानतें हैं।

Orignal Content क्या है ?

Original Content का सीधा अर्थ है – वह Content जो Internet पर Online पहले कभी Publish ना किया गया हो। किन्तु इसका यह अर्थ बिलकुल नहीं कि, Same Topic पर केवल एक Content ही लिखा जायेगा। और केवल वही Original Content होगा।

Original Content is King1
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उदाहरण से समझिये : – मान लीजिये की आप रामायण महाकाव्य के विषय में लिख रहे हैं। तो रामायण में, श्री राम के पिता का नाम दशरथ ही था। और उनकी राजधानी का नाम आयोध्या ही रहेगा। इस पर चाहे जितने Writer लिखें, वे सब अयोध्या, राम, दशरथ एक किसी भी Keyword पर कोई परिवर्तन नहीं कर सकते।

और ना ही इसे Duplicate Content माना जायेगा। हाँ, श्री राम के चरित्र की व्याख्या करने के तरीके में भिन्नता होनी चाहिए। आप ही देख लीजिये, आज रामायण पर, कई भाषाओँ में ढेरों पुस्तकें, कहानियाँ, नाटक, कवितायेँ, गाने, फिल्में एवं Animations बन चुके हैं। और आगे भी निरंतर बनते रहेंगे। और वो सब Original Content ही होंगे।

Original Content जाँचने के क्या तरीका है ?

हमारे ओर आपके जाँचने से पहले, Google या कोई भी अन्य Search Engine इसके लिए पहले से बैठा हुआ है। Google किन्हीं दो Content को Match करने के लिए, हमारी कल्पना से कहीं अधिक कुशलता से कार्य करता है। और उसी के आधार पर Search Ranking निर्धारित करता है।

यूँ समझिये कि, यदि आपका Content किसी ने चुराया या Copy किया है, तो वह Google की आंखों से बच नहीं सकता। इसके Smart Algorithms प्रयोग होने वाले, एक-एक अक्षर, शब्द, वाक्य, लिखने की शैली आदि कई अन्य Parameters पर तुलना करतें हैं।

Copy करने वाला कितना ही Smart क्यों न हो, कहीं न कहीं ( मानव त्रुटि के कारण ) चूक अवश्य कर देता है। जबकि Google Algorithms Automated Programs होतें हैं, जहाँ त्रुटि की संभावना लगभग ना के बराबर होती है।

इसके अतिरिक्त, यदि हम चाहें तो Internet पर उपलब्ध Online Tool – Copyscape.com से अपने लिखे गए Content की Originality एवं Uniqueness जाँच सकतें हैं।

Content is King क्या है ? Content is King क्या अर्थ है ?

Content is King का अर्थ इसके Words में ही छिपा हुआ है। अर्थात, Content ही राजा है। आप किसी भी Media के द्वारा Content Create करतें हों, या आपका इनमें से कोई भी Publishing Business हो, जैसे – Books , eBooks , Articles, Blog, Drama, Serials, Podcasts, Poems, Songs या Movie आदि। आपके Business में प्रयोग होने वाले अन्य सारे Elements का, एक ही राजा है। वो है Content. इसीलिए इसे ” CONTENT IS KING ” कहतें हैं।

Original Content is King2
Original Content is King2

ऐसा इसलिए कहतें हैं क्यूँकि, Quality और Original Content को Visitors, Search Engines, Social Media या Affiliate Marketing आदि, सभी में प्राथमिकता दी जाती है। प्राथमिकता का सीधा अर्थ, Profit या लाभ से है। और जिससे हमें लाभ होगा, उसे राजा कहने में कोई बुराई नहीं है। इसीलिए कहतें हैं – Content is King.

Original Content लिखने के क्या लाभ हैं ?

Original Content लिखने के कई लाभ हैं। जैसे –

  1. Improve Search Engine Ranking : यह सबसे बड़ा लाभ है। जब Google या कोई और Search Engine आपके Content की Web Crawling करता है। तो Web Index में यदि, पहले से वह Content उपलब्ध है, तो Duplicate Content की Search Engine Ranking उसके बाद आती है। और यदि किसी Website में कई सारे Duplicate Content है, तो ऐसी Website की Search Ranking लगभग ना के बराबर हो जाती है।
  2. Free Backlinks : जब हमारे Quality Content को Search Engines द्वारा अच्छी Search Ranking मिलती है। तो समय के साथ, हमारी Domain Authority बढ़ने लगती है। जिससे, हमारे Blog Niche से सम्बंधित, अन्य New Blogs, अपने Posts लिखने के दौरान हमारे Contents का Backlinks देते हैं। Search Engine Algorithms के द्वारा Higher Domain Authorities Blog को, Milestone की तरह देखा जाता है। तथा ऐसे Blogs की Search Ranking हमेंशा Top पर रहती है।
  3. Increase Business Profitability : अच्छे और Original Content को Visitors द्वारा हमेंशा प्राथमिकता दी जाती है। अतः Website या Blog Traffic Increase होता है। जिसके फलस्वरूप ज्यादा Email Subscriptions , Social Shares, Comments, Affiliate Links एवं Conversion Leads प्राप्त होतें हैं। इसके साथ Original Content को Social Media Marketing एवं Marketing Campaign में भी प्राथमिकता दी जाती है।

Orignal Content कैसे लिखें ?

Competition के इस दौर में शायद ही कोई ऐसा Content होगा जिसके बारे में अभी तक Internet पर जिक्र ना किया गया हो। ऐसे में यह प्रश्न आता है कि आखिर किसी Content के विषय में लिखा कैसे जाये ? तो इसका उत्तर निम्न बिंदुओं से निकला जा सकता है। जैसे –

  1. Find New Opportunities on Content : आपने जिस Content पर लिखने का विचार किया है, उस पर Deep Research करें। जितने भी अच्छे Articles उस Content पर उपलब्ध हैं, उन्हें गहराई से पढ़ें और उस पर Research करें। इससे उस Content पर लिखे गए Articles के Depth का पता चलेगा। और वो नयी सम्भावनायें भी निकल कर आयेंगी, जिन पर लिखा जा सकता है।
  2. Content Own Review : Content पर अपने स्वं के विचार रखें। यदि आपको लगता है कि, लिखे गए Articles को आप अधिक अच्छे या किसी दूसरे तरीके से बेहतर समझा सकतें हैं, तो अवश्य लिखें।
  3. Add More Value to Content : यदि आपको लगता है कि, लिखे गए Content में कुछ और जोड़ा जा सकता है, तो उसी Article को अपनी भाषा में New Value को Add करते हुए लिखें।

Note : हमेशा ध्यान रखें की Content को कभी भी Copy/Paste ना करें। विषय पर गहराई से Research करें, उसे समझें, और फिर अपनी भाषा में बिना देखे लिखें। हमेशा याद रखें. देख कर लिखने में कहीं न कहीं दूसरे Blogger का Tone/Pitch या Style आ ही जाता है, जिसे Google Algorithm Programs पकड़ लेते हैं। अतः इससे बचें।

संछिप्त निष्कर्ष :

उपरोक्त Post ” Original Content is King ” में हमने जाना की – Orignal Content क्या है ? Original Content जाँचने के क्या तरीका है ? Content is King क्या है ? क्या अर्थ है ? Original Content लिखने के क्या लाभ हैं ? और Orignal Content कैसे लिखें ?

आशा है Content को Content is King क्यों कहा जाता है, आपको पसंद आया होगा। अतः इसे अपने मित्रों के साथ Social Media में Share करने में संकोच ना करें। धन्यवाद।

 <strong>लेखक</strong> : <strong>अखिलेश पयासी</strong>
लेखक : अखिलेश पयासी

मैं HindiStep.com का Founder और एक Professional Blogger हूँ। मैं आपके लिए Online Income से सम्बंधित जानकरियाँ इस ब्लॉग से नियमित Share करता हूँ।

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