CDN को Blogging में क्यों Use करें ?
HindiStep.com पर आपका स्वागत है। आज का विषय है ” cdn ko blogging me kyun use karen? Complete Guide “
यदि हम एक सफल Website या Blog बनाना चाहतें हैं ? तो हमें अपनी Site की Loading Time पर ध्यान देना बहुत आवश्यक है। क्यूंकि Slow Load होने वाली Site को Search Engines प्राथमिकता नहीं देते और हमरी Search Ranking गिरती चली जाती है। इसके साथ हमारे Visitors भी Slow load होने वाली Site पसंद नहीं करते।
LandStorm Cloud Load Testing Tool की Report के अनुसार –
- यदि किसी Website को Load होने का समय 4 Second से ज्यादा है, तो 25 % Visitor Site छोड़ देते हैं।
- यदि किसी Mobile Site को Load होने का समय 5 Second से ज्यादा है, तो 74 % Visitor Site छोड़ देते हैं।
- 46 % Visitor धीमी Load होने वाली Site पर कभी वापस नहीं आते।
अतः यह स्पष्ट होता है Site Load होने में प्रत्येक Second कितना मायने रखता है। इस समस्या का समाधान CDN है। आइये Detail में जानते हैं – cdn ko blogging me kyun use karen ?
CDN क्या है ?
CDN का पूरा नाम Content Delievery Network है। यह भूगोलिक स्थापित (Geographically based ) कई Servers का समूह होता है। ये सामूहिक रूप से कार्य करते है। इनका उब्देश्य किसी भी Site का Content तेज गति से End User को पहुँचना होता है। इन Servers को Cache Server या Edge Server कहतें हैं।
क्या CDN को Web Host की जगह प्रयोग कर सकतें हैं ?
नहीं। CDN आपके Site के लिए Content Host नहीं करता। अतः इसे Web Hosting की जगह प्रयोग नहीं किया जा सकता। यह केवल network Edge Server पर Content Cache करता है। जिससे आपकी Website की Load Speed एवं अन्य Performance बेहतर होती है।
CDN ko blogging me kyun use karen ? इसके क्या लाभ हैं ?
वैसे तो CDN को प्रयोग करने के लाभ Internet Property के Size एवं आवश्यकता पर आधारित है। पर फिर भी सामान्य User के लिए प्रमुख निम्न हैं। जैसे –
- Website के Load Time कम होता है : Cache Server आपके Website के Visitor के नजदीक के कारण ,उन्हें Fast Page load होतें हैं। यह कार्य अलग अलग स्थापित Cache server पर बटा हुआ होता है। जिससे आपकी Site पर Traffic बढ़ता है एवं bounce rate कम होता है।
- Bandwidth Cost कम होती है : किसी भी Website की Hosting Cost ज्यादा होने में Bandwidth की प्रमुख भूमिका होती है। जितनी ज्यादा Bandwidth होगी Hosting Cost उसके अनुरुप बढ़ती जाती है। CDN प्रयोग करने से आपके Visitors Geographically divide हो जाते हैं। इससे आपके Origin server पर एक साथ data packets Send करने का Load कम होता है। अतः आप कम Bandwidth वाले Plan से Fast Loading Website बना पातें हैं।
- Content उपलब्ध्ता बढ़ती है : CDN पर उपलब्ध Cache Server से Traffic Load कम होता है। इससे एक ही समय में अधिक User Web Content आसानी से load कर पाते हैं। साथ ही Origin Server पर अधिक Load न पड़ने से Hardware failure की संभावना कम होती है।
- Website सुरक्षा बढ़ती है : कोई भी Visitor जो पहले सीधे आपके Origin Server के संपर्क में था। अब Cache Server से Content प्राप्त करता है। अतः आपके साइट की सुरक्षा कई Layers में बढ़ जाती है। साथ ही CDN में advanced सुरक्षा तरीके भी उपलब्ध हैं। जैसे – SSL Encryption , Secure Token आदि।
- SEO प्राथमिकता मिलती है : समस्त Search Engine Websites को Optimize करने के लिए Page Loading को प्राथमिकता देते हैं। इसी के अनुसार उनके Algorithms Page Ranking करतें है। अतः जितनी तेजी से आपके Website के Page Load होंगे उतनी ऊपर आपके पेज की Ranking होगी।
- Website विश्वसनीयता बढ़ती है : जब कोई Visitor आपके Website पर visit करता है। तो उसकी कुछ अपेक्षांए होतीं हैं। वह आपके Site से अच्छा और अधिक से अधिक Content कम समय में प्राप्त करना चाहता है। किन्तु जब उसे Page Loading की समस्या दिखती है तो आपकी साइट पर उसका विश्वास कम होता है। वहीं दूसरी ओर Fast Loading Site से आपकी Site की विश्वसनीयता बढ़ती है। अतः CDN आपकी Site में Brand Building का कार्य करता है।
CDN कैसे कार्य करता है ?
मान लीजिये की आपकी Site का Host Server US में है। तो आपके Site के सारे Content उस US पर स्थित Host Server पर उपलब्ध होंगे। जब आपके Site को कोई US का Visitor Click करता है। तो Host Server के नजदीक होने के कारण उसे आपकी Site का Content जल्दी प्राप्त होगा।
परन्तु जब कोई Europe का visitor आपकी Site Open करेगा तो US Host Server से Content travel करके Europe तक जायेगा , फिर Open होगा। इसके कारण Site Load होने में समय लगेगा।
CDN में अलग अलग location पर स्थापित प्रत्येक Edge Server के Cache में आपके Site का Static Content जैसे image , CSS/JS files एवं अन्य Structural Component Save रहतें हैं।
क्यूँकी End User का Page load होने में इन्हीं Content के कारण देरी होती है। अतः Edge Server के द्वारा उस location के End User को यह fast load हो जाता है। और आपकी Site जल्दी open होती है।
CDN के बिना Host Server कैसे कार्य करता है।
ऐसे network में Host Server directly End User से Connected रहता है। मान लीजिये यदि Data Packet Send होने में 3 Second का समय लगता है।
CDN के साथ Host Server कैसे कार्य करता है।
ऐसे network में Host Server, End User से Cache Server/Edge Server के माध्यम Connected रहता है। तो Data Packet Send होने में 1 Second का समय लगेगा।
कौन सा CDN प्रयोग करें ?
वैसे तो Market में बहुत से CDN Providers उपलब्ध हैं। जिनमें से अधिकतर Paid service और कुछ Free Service offer करते हैं। Best CDN प्रोवाइडर्स हैं। जैसे – Cloudflare, Akamai, Max CDN, KeyCDN, CacheFly CDN आदि। यदि आप Free Service चाहतें हैं तो Cloudflare प्रयोग करें।
संछिप्त निष्कर्ष:
उपरोक्त Post ” CDN ko blogging me kyun use karen ? Complete Guide ” पर हमने जाना कि CDN क्या है ? , क्या CDN को Web Host की जगह प्रयोग कर सकतें हैं ? , CDN को प्रयोग करने के क्या लाभ हैं ? , CDN कैसे कार्य करता है ? ,
CDN के बिना Host Server कैसे कार्य करता है ? , CDN के साथ Host Server कैसे कार्य करता है ? एवं कौन सा CDN प्रयोग करें ? यदि आपको किसी step में कोई Doubt हो तो Comment Box में अवश्य पूछें।
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